इमैनुएल कांट (Immanuel Kant)

 यहां UGC NET Political Science परीक्षा के लिए इमैनुएल कांट (Immanuel Kant) से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य दिए गए हैं

कांट का जीवन और कार्य

  1. जन्म – 22 अप्रैल 1724, कोनिग्सबर्ग (प्रशिया)।
  2. मृत्यु – 12 फरवरी 1804।
  3. वे जर्मन ज्ञानोदय (German Enlightenment) के प्रमुख दार्शनिकों में से एक थे।
  4. उनकी प्रमुख रचनाएँ:
    • Critique of Pure Reason (1781) – ज्ञान और वास्तविकता की समझ पर केंद्रित।
    • Groundwork for the Metaphysics of Morals (1785) – नैतिकता और कर्तव्य पर आधारित।
    • Critique of Practical Reason (1788) – नैतिक निर्णय और स्वतंत्रता की अवधारणा।
    • Perpetual Peace: A Philosophical Sketch (1795) – शाश्वत शांति (Perpetual Peace) पर विचार।
    • The Metaphysical Elements of Justice (1797) – न्याय के तत्वों की व्याख्या।
  5. वे राजनीति और नैतिकता को जोड़ने वाले प्रमुख विचारक थे

कांट की राजनीतिक विचारधारा

1. नैतिकता और राजनीति का संबंध

  1. कांट ने तर्क दिया कि राजनीति को नैतिकता के अधीन होना चाहिए
  2. उन्होंने कहा कि राजनीति में सत्ता की खोज नैतिक सिद्धांतों के आधार पर होनी चाहिए, न कि केवल स्वार्थ पर
  3. उनका दर्शन व्यक्तिवादी (Individualist) और उदारवादी (Liberal) था, जो व्यक्ति के सर्वोच्च मूल्य को स्वीकार करता था।

2. स्वतंत्रता (Liberty) और राज्य (State) की अवधारणा

  1. कांट ने स्वतंत्रता को "कानूनी बाधाओं से स्वतंत्रता" के रूप में परिभाषित किया​
  2. उन्होंने कहा कि राज्य की स्थापना का उद्देश्य व्यक्तियों की स्वतंत्रता को संरक्षित करना है
  3. उन्होंने एक "संवैधानिक गणराज्य (Republican Constitution)" का समर्थन किया, जहां कानून सभी के लिए समान रूप से लागू हों​
  4. उनके अनुसार, कानून का पालन सिर्फ कानूनी कर्तव्य नहीं, बल्कि एक नैतिक कर्तव्य भी होना चाहिए

3. सामाजिक अनुबंध (Social Contract) का सिद्धांत

  1. कांट ने सामाजिक अनुबंध को "एक व्यावहारिक तर्क" (Practical Reason) के रूप में देखा, न कि एक ऐतिहासिक तथ्य के रूप में​
  2. उन्होंने कहा कि सामाजिक अनुबंध व्यक्तियों को राज्य में सुरक्षा और स्वतंत्रता की गारंटी देता है
  3. राज्य का गठन इस आधार पर होना चाहिए कि सभी नागरिक इसे स्वेच्छा से स्वीकार करें और इसमें भाग लें

4. गणराज्यवाद (Republicanism) बनाम निरंकुशता (Despotism)

  1. कांट ने गणराज्यवाद (Republicanism) को आदर्श शासन प्रणाली बताया​
  2. उन्होंने कहा कि "जहां विषय नागरिक नहीं हैं और गणराज्य नहीं है, वहां युद्ध होना स्वाभाविक है"
  3. उन्होंने निरंकुश शासन (Despotism) का विरोध किया और कानूनी व्यवस्था के तहत व्यक्तिगत स्वतंत्रता का समर्थन किया

कांट की शाश्वत शांति (Perpetual Peace) की अवधारणा

  1. उनकी पुस्तक Perpetual Peace (1795) में उन्होंने वैश्विक शांति की अवधारणा को प्रस्तुत किया。
  2. उन्होंने शांति बनाए रखने के लिए तीन प्रमुख शर्तें रखीं:
    • (i) प्रत्येक राज्य का संविधान गणराज्य होना चाहिए
    • (ii) सभी राज्यों को स्वतंत्र गणराज्यों के एक महासंघ (Federation of Free States) में शामिल होना चाहिए
    • (iii) दुनिया के नागरिकों को "सार्वभौमिक आतिथ्य" (Universal Hospitality) मिलना चाहिए
  3. उन्होंने तर्क दिया कि यदि सभी राष्ट्र लोकतांत्रिक और गणराज्य बन जाएं, तो युद्ध समाप्त हो जाएगा

स्वायत्तता और न्याय (Autonomy and Justice)

  1. कांट के अनुसार, सच्ची स्वतंत्रता का अर्थ आत्मनिर्णय (Self-Determination) है
  2. नैतिकता और कानून का एकमात्र उद्देश्य स्वतंत्रता को संरक्षित करना होना चाहिए
  3. उन्होंने कहा कि व्यक्ति को हमेशा "माध्यम के रूप में नहीं, बल्कि एक लक्ष्य के रूप में" माना जाना चाहिए

राज्य, संप्रभुता और नागरिकता

  1. कांट के अनुसार, संपूर्ण संप्रभुता नागरिकों में निहित होती है, न कि किसी शासक में​
  2. उन्होंने कहा कि शासक का उद्देश्य जनता की सेवा करना होना चाहिए, न कि उन पर हावी होना
  3. नागरिकों के तीन मौलिक अधिकार बताए:
    • संवैधानिक स्वतंत्रता (Constitutional Freedom)
    • नागरिक समानता (Civil Equality)
    • राजनीतिक स्वतंत्रता (Political Independence)

कांट की आलोचना

  1. कांट की "शाश्वत शांति" की अवधारणा को आदर्शवादी (Idealistic) बताया गया, क्योंकि यह व्यावहारिक रूप से मुश्किल लगती है।
  2. उन्होंने महिलाओं और गैर-संपत्ति धारकों को मतदान के अधिकार से बाहर रखा, जिससे उनकी विचारधारा सीमित हो गई​
  3. आलोचकों ने कहा कि उन्होंने आर्थिक समानता को ज्यादा महत्व नहीं दिया

निष्कर्ष

  1. कांट को आधुनिक राजनीतिक दर्शन और उदारवाद (Liberalism) का एक प्रमुख विचारक माना जाता है。
  2. उन्होंने राजनीतिक स्वतंत्रता, शांति और मानव गरिमा (Human Dignity) की अवधारणा को बढ़ावा दिया
  3. उनकी विचारधारा ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) और अंतर्राष्ट्रीय कानून (International Law) के विकास को प्रभावित किया

UGC NET परीक्षा के लिए यह कांट के महत्वपूर्ण तथ्यों की विस्तृत सूची है, जो उनके राजनीतिक विचारों के सभी प्रमुख पहलुओं को कवर करती है।

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