जॉन रॉल्स (John Rawls)

यहां UGC NET Political Science परीक्षा के लिए जॉन रॉल्स (John Rawls) से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य दिए गए हैं

क्या एक समाज सभी के लिए न्यायसंगत हो सकता है? 🤔
क्या असमानता को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है?

नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करेंगे जॉन रॉल्स  और उनके राजनीतिक विचारों की। जॉन रॉल्स ने "A Theory of Justice" में सामाजिक न्याय (Social Justice), समानता (Equality) और मूलभूत स्वतंत्रताओं (Basic Liberties) की अवधारणाओं को प्रस्तुत किया। उनका "न्याय का सिद्धांत" (Theory of Justice) राजनीतिक दर्शन में एक क्रांतिकारी विचार है।


रॉल्स का जीवन और कार्य

  • जॉन रॉल्स (John Bordley Rawls) का जन्म 21 फरवरी 1921 को अमेरिका के बाल्टीमोर, मैरीलैंड में हुआ था और उनका निधन 24 नवंबर 2002 को लेक्सिंगटन, मैसाचुसेट्स में हुआ। वे एक महान राजनीतिक दार्शनिक थे, जिन्होंने न्याय, समानता और स्वतंत्रता पर गहराई से विचार किया। उन्हें आधुनिक राजनीतिक दर्शन में सबसे प्रभावशाली विचारकों में से एक माना जाता है
  • उनकी प्रमुख रचनाएँ:
    • A Theory of Justice (1971) - यह उनकी सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध कृति है, जिसमें उन्होंने न्याय और समानता के सिद्धांत पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस पुस्तक ने न्याय को 'उचितता के रूप में' परिभाषित किया और समाज के विभिन्न वर्गों के लिए समान अवसरों की स्थापना का सुझाव दिया।
    • Political Liberalism (1993) - इस पुस्तक में रॉल्स ने उदारवाद और लोकतंत्र पर विस्तृत चर्चा की है। उन्होंने राजनीतिक संस्थाओं की भूमिका और न्याय के सिद्धांतों को आधुनिक लोकतांत्रिक समाज में कैसे लागू किया जा सकता है, इसका विश्लेषण किया है।

    • The Law of Peoples (1999) - इस रचना में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय न्याय पर विचार किया और विभिन्न समाजों और संस्कृतियों के बीच न्यायपूर्ण संबंध स्थापित करने के सिद्धांत प्रस्तुत किए। उन्होंने विश्व समुदाय के लिए नैतिक सिद्धांतों का एक ढांचा विकसित किया।

    • Justice as Fairness: A Restatement (2001) - इस पुस्तक में रॉल्स ने अपने पूर्वोक्त 'न्याय उचितता के रूप में' (Justice as Fairness) सिद्धांत को पुनः स्थापित किया है। इस पुस्तक में उन्होंने अपने विचारों को और अधिक विस्तार से समझाया है और अपने सिद्धांत के विभिन्न पहलुओं को पुनर्परिभाषित किया है।​

न्याय का सिद्धांत (Theory of Justice)

  • जॉन रॉल्स उपयोगितावाद (Utilitarianism) के घोर विरोधी थे, रॉल्स ने न्याय को "Fairness" (निष्पक्षता) के रूप में परिभाषित किया।​ उन्होंने न्याय को समझने के लिए "ऑरिजिनल पोजीशन" (Original Position) और "वेल ऑफ इग्नोरेंस" (Veil of Ignorance) की अवधारणाएँ दीं। 
  • वेल ऑफ इग्नोरेंस (Veil of Ignorance) क्या है? 

    यह एक काल्पनिक स्थिति है जिसमें आपको यह नहीं पता कि आप इस समाज में किस वर्ग, जाति, लिंग, धर्म या आर्थिक स्थिति में होंगे इस स्थिति में, आप ऐसे नियम बनाएंगे जो सभी के लिए निष्पक्ष हों। यह सिद्धांत सुनिश्चित करता है कि न्याय के सिद्धांत पूर्वाग्रहों से मुक्त होंगे

रॉल्स के दो न्याय सिद्धांत (Two Principles of Justice):

  • पहला सिद्धांत – समान स्वतंत्रता (Equal Liberty): हर व्यक्ति को समान मूलभूत स्वतंत्रता मिलनी चाहिए, जैसे कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, धार्मिक स्वतंत्रता, और मतदान का अधिकार।
  • दूसरा सिद्धांत – सामाजिक और आर्थिक असमानता का औचित्य (Difference Principle):
    • असमानता को तभी स्वीकार किया जा सकता है जब वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग के हित में हो।
    • इसका अर्थ है कि यदि कोई अमीर बनता है, तो उसकी संपत्ति का कुछ हिस्सा गरीबों की भलाई के लिए उपयोग किया जाना चाहिए।
  • रॉल्स का न्याय सिद्धांत समाजवाद और पूंजीवाद के बीच संतुलन बनाता है।

सामाजिक अनुबंध और उदारवाद

  • रॉल्स ने कांत (Kant) की परंपरा में सामाजिक अनुबंध के विचार को पुनर्जीवित किया
  • उन्होंने कहा कि समाज में एक "न्यायसंगत सहयोग" (Fair System of Social Cooperation) होना चाहिए
  • उनकी न्याय की अवधारणा परंपरागत समाजवादी और पूंजीवादी दृष्टिकोण के बीच संतुलन स्थापित करने का प्रयास थी।

अंतरराष्ट्रीय न्याय और वैश्विक न्याय

  • The Law of Peoples (1999) में उन्होंने वैश्विक स्तर पर न्याय और मानवाधिकारों पर विचार किया।
  • उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समाज को "न्यायसंगत लोगों के संघ" (Society of Peoples) के रूप में संगठित किया जाना चाहिए
  • उन्होंने वैश्विक आर्थिक सहयोग और नैतिक जिम्मेदारी पर बल दिया।

रॉल्स की आलोचना

  • रॉबर्ट नोज़िक (Robert Nozick) ने उनकी "Difference Principle" की आलोचना करते हुए कहा कि यह व्यक्तिगत संपत्ति के अधिकारों को कमजोर करता है।
  • मार्क्सवादियों ने इसे अधूरा बताया, क्योंकि यह पूंजीवादी समाज की संरचनात्मक असमानताओं को समाप्त करने में विफल रहा।
  • सामुदायिकवादियों (Communitarians) ने इसे अत्यधिक व्यक्तिवादी (Individualistic) करार दिया।

निष्कर्ष

  • रॉल्स को आधुनिक न्याय सिद्धांत (Modern Theory of Justice) का प्रमुख विचारक माना जाता है
  • उनकी न्याय की अवधारणा लोकतांत्रिक संस्थाओं और सामाजिक नीतियों को प्रभावित करती है
  • उनका विचार है कि एक न्यायसंगत समाज वह है जो स्वतंत्रता और समानता के बीच संतुलन बनाए रखता है।

UGC NET परीक्षा के लिए यह जॉन रॉल्स के महत्वपूर्ण तथ्यों की विस्तृत सूची है, जो उनके राजनीतिक विचारों के सभी प्रमुख पहलुओं को कवर करती है।

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